एक संत प्रवचन दे रहे थे : जिसे प्रेम करते हो चाहे वह पति हो या प्रेमी उसे स्वतंत्र छोड़ दो ।
तभी 1 महिला बोली : छोड़ा था जी, पड़ोसन के घर बैठे मिले।
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