इंदौरी शायरी
वो मेरे दिल में भराए इस तरा...
पोए में सेंव भराती जिस तरा...
उतर आये हमारे दिल में कुछ ऐसे वो...
उतरती कचोरी में चटनी जिस तरा...
कुछ दिन पहले उनकी याद में इस कदर अपन रोये...
सूरत हुई अपनी जैसे बिगेर प्याज के ...
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