सुनो रे.......कुंवारों.....
ये जो बचपन में बड़ों के पैर छू-छू कर खुश रहिए का आशीर्वाद प्राप्त किया था न
इसी वजह से ब्याह नहीं हो रहा है तुम्हारा....
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